Thursday, February 3, 2022

URDU ~ POETRY__Draft







रोज़ा समझ के दिन गुज़ारता रहा सनम खाया पिया जिया जिसे तेरा ख़याल था ~ / Edit


[Draft : यूँ ही फ़ांकों में भी ये दिन गुज़ार कर देखे जो भी खाया पिया जिया वो इक ख़याल ही था ~ ]


~ ज़ोया गौतम ' निहां ' 

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..namastey!~