Thursday, February 17, 2022

URDU ~ POETRY__Draft

 उठती है लौ चराग़  की भी आसमां की ओर  

इस  आग के परचम को भी  लहरा के देखिये



~ ज़ोया गौतम ' निहां '
 

copyright Ⓒ zg 2022

No comments:

Post a Comment

..namastey!~