Friday, February 4, 2022

URDU ~ POETRY__Draft


 
 












शिद्दत ए ग़म का फ़ुज़ूँ दिल में छुपाकर यारो देखिये फिर करे उल्फत भी क्या असर यारो ~


( 2 nd - Draft शिद्दत ए ग़म का फ़ुज़ूँ दिल में छुपाकर

आज फिर कोई दिवाना हो चला है )


फ़ुज़ूँ > increasing



( 1st Draft- कोई परवाना शमा का हो गया )


~ ज़ोया गौतम ' निहां ' 

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..namastey!~