Friday, February 11, 2022

URDU ~ POETRY__Draft

 













मिरी शिकस्त पे अफ़सोस उनका लाज़िम है वो फ़तह-मंद भी मुहब्बतों पे मरते हैं


~ ज़ोया गौतम ' निहां ' 

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..namastey!~