..the line of insanity in sanity.. (ibabbleat random!)
ऐ काश के मैं दिल की जानिब चल दिया होता
मैं ढूंढता था जिसको घर उसका तो मेरे दिल में था ~
~ ज़ोया गौतम ' निहां '
[ 3:06 PM · Jan 14, 2022·Twitter Web App /@Rekhta ]
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..namastey!~
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