#WordOfTheDay _ ख़ुद-सर_stubborn
12:51 AM · Mar 6, 2022Twitter Web App
गुमां था ख़ुमारी का या फागुन का दोष था था ज़िक्र भी विसाल का और वो ख़मोश था
ख़ुद-सर था वो के पी के भी न डगमगाएगा थी मयक़शी मगर उसे ज़रा सा होश था देखा था हादसा कोई रस्ते के उस तरफ मुंह फेर के चला जो वो सफ़ेदपोश था कर के यूँ राह को ही घर आँगन का बिछौना कोई फ़क़ीर या कोई ख़ाना-ब-दोश था
जो साथ पी शराब तो न दोस्ती समझ बचपन की यारियों में ही जोश-ओ-ख़रोश था
~ ज़ोया गौतम ' निहां '
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..namastey!~