..the line of insanity in sanity.. (ibabbleat random!)
@Rekhta 11:46 PM · Mar 22, 2022·Twitter Web App
परिंदों ने शजर को ही किया अपना है घर देखो हवाओं आसमानों का ज़मीं पर इक शहर देखो
~ ज़ोया गौतम ' निहां '
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..namastey!~
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